WazirX हैक: CoinDCX के मालिक ने 230 मिलियन डॉलर के नुकसान पर कहा ‘पूरी तरह बकवास’

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हाल ही में, CoinDesk की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX ने WazirX द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। WazirX ने दावा किया था कि CoinDCX ने यूजर का पैसा एक ऐसी कंपनी को भेजा है जो नियमों का पालन नहीं करती है। ये कंपनी लिथुआनिया में है और भारतीय वित्तीय खुफिया इकाई (FIU) के साथ रजिस्टर्ड नहीं है। CoinDCX के CEO, Sumit Gupta ने कहा कि ये आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि यूजर का पैसा भारत में ही एक कंपनी, Neblio Technologies के पास है, जो पूरी तरह से FIU के नियमों का पालन करती है। CoinDCX ने ये भी कहा कि उसने कभी लिथुआनिया में कोई कारोबार नहीं किया और न ही यूजर का पैसा वहां भेजा। 

आरोप क्या हैं?

WazirX ने सिंगापुर की एक अदालत में दस्तावेज पेश किए, जिसमें कहा गया है कि CoinDCX ने यूजर का पैसा लिथुआनिया की एक ऐसी कंपनी में रखा है जो FIU के साथ रजिस्टर्ड नहीं है। WazirX ने ये आरोप तब लगाए जब वो खुद एक 230 मिलियन डॉलर के हैक के बाद जांच के घेरे में है। 

CoinDCX का जवाब

CoinDCX ने कहा कि ये आरोप गलत हैं और यूजर का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है। CEO Sumit Gupta ने कहा कि उनकी कंपनी ने हमेशा नियमों का पालन किया है और यूजर के पैसे की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। CoinDCX ने कहा कि उन्होंने कभी लिथुआनिया में कोई कंपनी नहीं बनाई और न ही वहां कोई कारोबार किया। 

यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?

ये घटना इंडियन क्रिप्टो बाजार में हो रही प्रतिस्पर्धा और नियमों को लेकर चिंताओं को दिखाती है। WazirX के आरोपों से क्रिप्टो एक्सचेंज में पारदर्शिता और नियमों के पालन को लेकर सवाल उठते हैं। CoinDCX का खंडन दिखाता है कि कंपनी नियमों का पालन करने और यूजर के पैसे को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। ये विवाद यूजर और निवेशकों के लिए एक चेतावनी है कि वो क्रिप्टो एक्सचेंज से जुड़ने से पहले सावधानी बरतें और पूरी जानकारी हासिल करें। 

यह भी ध्यान रखें:

  • WazirX खुद एक बड़े हैक के बाद जांच के घेरे में है, जिसमें 230 मिलियन डॉलर के क्रिप्टो एसेट्स चोरी हो गए थे।
  • CoinDCX और WazirX दोनों ही भारत के बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज हैं। 
  • वज़ीरएक्स हैक: भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज वज़ीरएक्स से जुलाई 2024 में 230 मिलियन डॉलर से अधिक की क्रिप्टोकरेंसी चोरी हुई थी. यह भारत में सबसे बड़ी क्रिप्टो चोरी में से एक थी. अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने एक संयुक्त बयान में इस चोरी के लिए उत्तर कोरिया को जिम्मेदार ठहराया है.
  • क्रिप्टो घोटाला और चोरी: अमेरिका में दो लोगों पर क्रिप्टोकरेंसी में 230 मिलियन डॉलर से अधिक की चोरी और लूट की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. IRS (.gov) के अनुसार 19 सितंबर 2024 को एक अभियोग जारी किया गया, जिसमें मियामी और लॉस एंजिल्स के लोगों पर यह आरोप लगाया गया है. इन लोगों ने कथित तौर पर चोरी किए गए धन का उपयोग लग्जरी लाइफस्टाइल पर किया था.
  • टेरा द्वारा बिटकॉइन की खरीद: टेरा ने अपने स्टेबलकॉइन रिजर्व को मजबूत करने के लिए 230 मिलियन डॉलर के बिटकॉइन खरीदे थे. NDTV.in के अनुसार, यह तब किया गया था जब बिटकॉइन 44,000 डॉलर पर आ गया था. 

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