भारतीय आईटी (IT) कंपनियों Infosys, HCLTech, और TCS के शेयरों में हाल ही में ज़बरदस्त उछाल देखने को मिला है। निवेशकों में उत्साह है, और इसकी मुख्य वजहें ये हैं:
तेज़ी के पुराने कारणों (बेहतर तिमाही नतीजे और भारत-अमेरिका ट्रेड डील की उम्मीद) के अलावा, दो और बड़े फैक्टर इस सेक्टर को ‘रॉकेट’ बना रहे हैं:
अमेरिका से आई एक बड़ी खबर ने आईटी कंपनियों के माथे से चिंता की लकीरें मिटा दी हैं। अमेरिकी प्रशासन ने साफ़ कर दिया है कि H-1B वीज़ा पर पहले से मौजूद अंतर्राष्ट्रीय ग्रेजुएट्स पर कोई नई $100,000 की फीस लागू नहीं होगी। पुराने H-1B वीज़ा धारक भी इस फीस से मुक्त रहेंगे।
पिछले एक साल में ग्लोबल मंदी की आशंकाओं के चलते विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने भारतीय आईटी शेयरों में जमकर बिकवाली की थी। इसके चलते कई आईटी स्टॉक अपने उच्चतम स्तर (Highs) से 20-30% तक गिर चुके थे, जिससे यह सेक्टर ‘ओवरसोल्ड टेरिटरी’ (Oversold Territory) में चला गया था।
बाज़ार विश्लेषक मानते हैं कि आईटी सेक्टर में उछाल जारी रह सकता है। इसके पीछे ये बड़े कारण हैं:
| कंपनी/सेक्टर | ब्रोकरेज टारगेट प्राइस (अनुमानित) | संभावित तेज़ी की वजह |
| Infosys | ₹1,650 – ₹1,800 | प्रमोटर्स का बायबैक से बाहर रहना, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में तेज़ ग्रोथ। |
| HCLTech | ₹1,700 – ₹1,850 | मजबूत तिमाही नतीजे, सर्विसेज सेगमेंट में ग्रोथ गाइडेंस का सबसे बेहतर होना। |
| TCS | ₹3,600 – ₹4,000 | कंपनी की वित्तीय स्थिरता, AI और क्लाउड में बड़ा निवेश, नए बायबैक की संभावित घोषणा। |
| पूरा IT सेक्टर | – | US फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी का डर कम होगा और IT सर्विस की डिमांड बढ़ेगी। |
विशेषज्ञ की राय: BNP Paribas की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में भारतीय आईटी सेक्टर के लिए मैक्रो इकोनॉमिक माहौल पिछले दो वर्षों की तुलना में कहीं बेहतर है, और यह सेक्टर एक बड़े ‘पुनरुद्धार’ (Revival) के लिए तैयार है। डॉलर की मज़बूती भी इस सेक्टर को बल देगी।
अमेरिकी बाज़ार से अच्छे संकेत, वीज़ा पर बड़ी राहत, और घरेलू निवेशकों का बढ़ता भरोसा… इन सभी फैक्टर्स ने मिलकर TCS, Infosys और HCLTech को एक आकर्षक निवेश विकल्प बना दिया है। जानकार सलाह दे रहे हैं कि लंबी अवधि के निवेशक गिरावट पर खरीदारी (Buy-on-Dips) की रणनीति अपना सकते हैं, क्योंकि आने वाले साल इस सेक्टर के लिए ‘रिकवरी ईयर’ साबित हो सकते हैं।
(नोट: शेयर बाज़ार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।)
संक्षेप में, अमेरिका से व्यापार समझौते की आस, इन्फोसिस के प्रमोटर्स का भरोसा और कंपनियों के अच्छे नतीजों ने मिलकर आईटी सेक्टर के शेयरों में यह शानदार तेज़ी लाई है।
स्टॉक मार्केट की इस गरमा-गरम खबर पर अधिक जानकारी के लिए, देखें यह वीडियो: IT शेयर्स में आज तेजी का दौर क्यों, क्या है बड़े ट्रिगर्स? यह वीडियो आईटी शेयरों में तेजी के कारणों पर और गहराई से चर्चा करता है।
IT Stocks Jump Reason: IT शेयर्स में आज तेजी का दौर क्यों, क्या है बड़े ट्रिगर्स? जानिए पूरी खबर
मुंबई: देश की दिग्गज स्टील कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) ने जुलाई-सितंबर तिमाही (Q2) में…
टाटा मोटर्स (Tata Motors) के लाखों निवेशकों के लिए इतिहास रचने वाला पल आ गया…
नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म Groww (ग्रो) के IPO में पैसा…
रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी ने इस तिमाही (Q2 FY26) में कमाल…
वोडाफोन आइडिया (Vi) के करोड़ों ग्राहकों और निवेशकों के लिए बड़ी खुशखबरी है! सुप्रीम कोर्ट…
नई दिल्ली: (मार्केट ब्रेकर) अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) ने एक बार फिर ब्याज दरों…