Infosys लाएगी बायबैक ऑफर, निवेशकों में उत्साह

नई दिल्ली: आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस जल्द ही शेयर बायबैक का ऐलान कर सकती है। कंपनी ने जानकारी दी है कि 11 सितंबर 2025 को उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक होने वाली है, जिसमें शेयर बायबैक के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। इस खबर के सामने आते ही निवेशकों में उत्साह बढ़ गया और मंगलवार को कंपनी के शेयरों में 4% से ज्यादा का उछाल देखा गया।

क्या है बायबैक का प्रस्ताव?

  • खबरों के मुताबिक, इंफोसिस इस बायबैक पर लगभग 13,560 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है।
  • बायबैक की कीमत मौजूदा बाजार भाव से लगभग 25% प्रीमियम पर होने की संभावना है।
  • अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो यह इंफोसिस का पांचवां शेयर बायबैक होगा। कंपनी ने आखिरी बार 2022 में बायबैक किया था।

बायबैक से क्या होगा फायदा?

  • शेयरों की संख्या में कमी: बायबैक के जरिए कंपनी अपने ही शेयर बाजार से वापस खरीदती है। इससे बाजार में उपलब्ध शेयरों की संख्या कम हो जाती है।
  • प्रति शेयर आय (EPS) में वृद्धि: शेयरों की संख्या कम होने से कंपनी का मुनाफा कम शेयरों में बंटता है, जिससे प्रति शेयर आय (EPS) बढ़ती है।
  • निवेशकों का फायदा: बायबैक में कंपनी आमतौर पर मौजूदा बाजार मूल्य से अधिक कीमत पर शेयर खरीदती है, जिससे निवेशकों को अच्छा मुनाफा कमाने का मौका मिलता है।
  • बाजार में सकारात्मक संकेत: बायबैक कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य और अपने भविष्य पर उसके भरोसे को दर्शाता है। यह कदम ऐसे समय में उठाया जा रहा है, जब पिछले कुछ समय से आईटी शेयरों पर दबाव था।

बायबैक के दो तरीके

बायबैक के लिए कंपनी के पास दो रास्ते होते हैं:

  1. टेंडर ऑफर: इसमें कंपनी एक तय कीमत पर अपने शेयर वापस खरीदने की पेशकश करती है। यह कीमत आमतौर पर मौजूदा बाजार मूल्य से ज़्यादा होती है। शेयरधारक एक निश्चित समय-सीमा के भीतर अपने शेयर बेच सकते हैं।
  2. ओपन मार्केट: इस तरीके में कंपनी सीधे स्टॉक एक्सचेंज से अपने शेयर खरीदती है, जैसे कोई भी आम निवेशक खरीदता है। इंफोसिस ने अपने पिछले तीन बायबैक इसी तरीके से किए हैं।

कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति

इंफोसिस की मजबूत वित्तीय स्थिति भी इस बायबैक का एक बड़ा कारण है। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कंपनी के पास 45,200 करोड़ रुपये की नकद राशि थी। मजबूत कैश रिजर्व होने से कंपनी आसानी से इतना बड़ा बायबैक कर सकती है। इस बायबैक से न सिर्फ शेयर की कीमत को सहारा मिलेगा, बल्कि यह मौजूदा निवेशकों के लिए एक शानदार अवसर भी है।

शेयर की चाल

इंफोसिस के शेयर में पिछले कुछ महीनों से गिरावट देखी जा रही थी। पिछले एक साल में यह लगभग 25% तक गिरा है। हालांकि, बायबैक की खबर के बाद मंगलवार को यह शेयर निफ्टी आईटी इंडेक्स में सबसे ज्यादा तेजी दर्ज करने वाले शेयरों में से एक बन गया। यह बायबैक निवेशकों के भरोसे को बहाल करने और शेयर की कीमत को सपोर्ट देने में मदद कर सकता है।

जानकारों का मानना है कि इस बार बायबैक का तरीका टेंडर ऑफर हो सकता है, जिससे छोटे निवेशकों को ज़्यादा फायदा मिलेगा।

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