Vedanta 8% तक की गिरावट:वेदांता और हिंदुस्तान जिंक शॉर्ट-सेलर वाइसराय ने मूल संरचना को ‘पोंजी जैसा’ बताया

शॉर्ट-सेलर वाइसराय रिसर्च ने वेदांता समूह की मूल कंपनी वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड की वित्तीय संरचना पर सवाल उठाते हुए इसे ‘पोंजी जैसा’ बताया है। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि वेदांता रिसोर्सेज वेदांता लिमिटेड से अत्यधिक लाभांश और ‘ब्रांड फीस’ निकाल रही है, जिससे समूह की वित्तीय स्थिति कमजोर हो रही है।

रिपोर्ट के बाद, वेदांता और हिंदुस्तान जिंक के शेयरों में आज 8% तक की गिरावट आई।

https://x.com/viceroyresearch

रिपोर्ट में क्या कहा गया है?

वाइसराय रिसर्च का दावा है कि वेदांता रिसोर्सेज, वेदांता लिमिटेड (VEDL) को “व्यवस्थित रूप से खाली” कर रही है, ताकि अपने ऋण को चुका सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि VEDL भारी कर्ज में डूबा हुआ है, और वेदांता रिसोर्सेज द्वारा अत्यधिक लाभांश और ‘ब्रांड फीस’ निकालने से इसकी वित्तीय स्थिति और कमजोर हो रही है।

रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया गया है कि वेदांता समूह ने अपनी परिसंपत्तियों का मूल्य बढ़ा-चढ़ाकर बताया है और अपनी देनदारियों को कम करके दिखाया है। वाइसराय ने कहा कि समूह की वित्तीय संरचना “वित्तीय रूप से अस्थिर, परिचालन रूप से समझौतावादी और लेनदारों के लिए एक गंभीर, कम करके आंका गया जोखिम” है।

वेदांता का जवाब

वेदांता समूह ने वाइसराय रिसर्च के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये “दुर्भावनापूर्ण गलत सूचना और आधारहीन आरोप” हैं। समूह ने कहा कि वह अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने और अपने ऋण को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

बाजार पर असर

वाइसराय रिसर्च की रिपोर्ट के बाद, वेदांता और हिंदुस्तान जिंक के शेयरों में भारी गिरावट आई है। रिपोर्ट ने वेदांता समूह की वित्तीय स्थिरता को लेकर निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है।

विश्लेषकों की राय

कुछ विश्लेषकों का मानना ​​है कि वेदांता समूह की वित्तीय स्थिति वाइसराय रिसर्च की रिपोर्ट में बताए गए अनुसार गंभीर नहीं है। उनका तर्क है कि समूह ने हाल के वर्षों में अपने ऋण को कम करने और अपनी परिचालन दक्षता में सुधार करने के लिए कदम उठाए हैं।

हालांकि, अन्य विश्लेषकों का मानना ​​है कि वाइसराय रिसर्च के आरोप गंभीर हैं और निवेशकों को वेदांता समूह के शेयरों में निवेश करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।

निष्कर्ष

वाइसराय रिसर्च की रिपोर्ट ने वेदांता समूह की वित्तीय स्थिरता को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। रिपोर्ट के बाद, वेदांता और हिंदुस्तान जिंक के शेयरों में भारी गिरावट आई है। निवेशकों को वेदांता समूह के शेयरों में निवेश करने से पहले इन आरोपों पर विचार करना चाहिए और अपनी स्वयं की वित्तीय सलाह लेनी चाहिए।

Leave a Comment