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माइक्रोसॉफ्ट को AI से डर! नडेला बोले- विंडोज और ऑफिस जैसे प्रोडक्ट होंगे बेकार

नई दिल्ली: माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने हाल ही में कंपनी के कर्मचारियों के साथ एक इंटरनल टाउन हॉल मीटिंग में एक बड़ी और चौंकाने वाली बात कही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) जल्द ही माइक्रोसॉफ्ट के कुछ सबसे बड़े प्रोडक्ट्स और व्यवसायों को खत्म कर सकता है।

नडेला ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि AI के इस नए युग में कंपनी को अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए लगातार बदलाव करते रहना होगा। उन्होंने डिजिटल इक्विपमेंट कॉर्पोरेशन (DEC) का उदाहरण दिया, जो 1970 के दशक में एक बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी थी, लेकिन नई तकनीकों को अपनाने में विफल रही और धीरे-धीरे खत्म हो गई। नडेला ने कहा कि वह इस बात से ‘परेशान’ रहते हैं कि कहीं माइक्रोसॉफ्ट भी AI के इस दौर में अपनी प्रासंगिकता न खो दे।

उन्होंने कर्मचारियों को बताया, “हमारे उद्योग में ऐसी कंपनियों के कई उदाहरण हैं, जो कभी बहुत महान थीं, लेकिन अचानक गायब हो गईं। मैं विशेष रूप से डीईसी से डरता हूं।” उन्होंने स्वीकार किया कि उनके खुद के पहले कंप्यूटर में से एक डीईसी वीएएक्स था और वह हमेशा वहां काम करना चाहते थे।

नडेला के इस बयान से यह साफ है कि माइक्रोसॉफ्ट अपनी पुरानी पहचान को छोड़कर एक ‘इंटेलिजेंस इंजन’ बनना चाहता है। कंपनी का लक्ष्य अब सिर्फ सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट्स बनाना नहीं है, बल्कि AI प्लेटफॉर्म्स विकसित करना है जो लोगों को अपने लिए नए और स्मार्ट टूल्स बनाने में सक्षम बनाएंगे।

इस बदलाव के तहत, माइक्रोसॉफ्ट पहले ही बड़े स्तर पर AI में निवेश कर रहा है और अपने कई डिवीजनों में छंटनी भी कर चुका है। नडेला का मानना है कि इस तरह के कठिन निर्णय कंपनी के भविष्य के लिए आवश्यक हैं।

यह एक ऐसे बदलाव की बात करता है, जो कंपनी के मौजूदा बिजनेस मॉडल को पूरी तरह से बदल सकता है। आइए इसे और विस्तार से समझते हैं:

1. पारंपरिक प्रोडक्ट्स पर AI का खतरा:

नडेला ने स्पष्ट रूप से कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के कुछ सबसे बड़े और सफल बिजनेस, जैसे कि ऑफिस सूट (वर्ड, एक्सेल, पॉवरपॉइंट) और विंडोज, AI के कारण अप्रासंगिक हो सकते हैं।

  • ऑफिस सूट: आज लोग इन ऐप्स का उपयोग करके दस्तावेज, स्प्रेडशीट और प्रेजेंटेशन बनाते हैं। लेकिन एक AI-संचालित “एजेंट” भविष्य में ये सारे काम खुद ही कर सकता है। आपको बस उसे निर्देश देना होगा, “इस महीने की बिक्री रिपोर्ट बनाओ और उसे पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन में डाल दो,” और AI यह सब खुद कर देगा। इससे पारंपरिक ऐप्स की जरूरत कम हो जाएगी। नडेला ने खुद कहा, “शायद यह विचार ही कि एप्लिकेशन मौजूद हैं, वहीं से सब कुछ ढह जाएगा।”
  • विंडोज: AI के आने से ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) की पारंपरिक भूमिका भी बदल सकती है। अगर AI हर चीज को मैनेज कर सकता है, तो हो सकता है कि हमें किसी विशेष ऑपरेटिंग सिस्टम इंटरफ़ेस की जरूरत ही न हो। यह एक ऐसा “एजेंट युग” हो सकता है जहां उपयोगकर्ता केवल AI को कमांड देगा और वह काम करेगा, बिना किसी ऐप या OS के।

2. DEC का उदाहरण और इतिहास का डर:

नडेला ने डिजिटल इक्विपमेंट कॉर्पोरेशन (DEC) का उदाहरण दिया, जो 1970 के दशक में एक विशाल कंप्यूटर कंपनी थी, लेकिन नई तकनीक (RISC आर्किटेक्चर) को अपनाने में विफल रही और आखिरकार गायब हो गई। नडेला का यह डर इसलिए भी बड़ा है क्योंकि वह खुद DEC VAX कंप्यूटर का इस्तेमाल करते थे और वहां काम करने का सपना देखते थे। इस कंपनी का पतन यह दर्शाता है कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में बदलाव को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है।

3. सांस्कृतिक बदलाव और कर्मचारियों पर प्रभाव:

नडेला का यह बयान माइक्रोसॉफ्ट के आंतरिक माहौल में चल रहे बदलावों से जुड़ा हुआ है। कंपनी ने हाल ही में बड़े पैमाने पर छंटनी की है, जिसे नडेला ने AI के लिए “नवीनीकरण” (renewal) की प्रक्रिया बताया है। कर्मचारियों के बीच यह भावना है कि कंपनी का माहौल “अधिक ठंडा, कठोर और सहानुभूति रहित” हो गया है। नडेला ने स्वीकार किया कि नेतृत्व को “बेहतर करने की जरूरत है।”

4. माइक्रोसॉफ्ट की नई रणनीति:

इस खतरे को भांपते हुए, माइक्रोसॉफ्ट अपनी रणनीति को पूरी तरह से बदल रहा है।

  • AI को प्राथमिकता: कंपनी अब खुद को एक सॉफ्टवेयर कंपनी से “इंटेलिजेंस इंजन” कंपनी में बदल रही है। इसका मतलब है कि अब उनका ध्यान ऐसे AI प्लेटफॉर्म और टूल्स बनाने पर है जो लोगों को खुद के लिए समाधान विकसित करने में मदद करेंगे।
  • नए निवेश: माइक्रोसॉफ्ट AI में भारी निवेश कर रहा है, जिसमें OpenAI के साथ साझेदारी और अपने AI-संचालित उत्पादों जैसे Copilot का विस्तार शामिल है।
  • भविष्य की कमाई पर चिंता: नडेला ने यह भी स्वीकार किया कि AI के इस नए युग में, पारंपरिक उत्पादों से मिलने वाला “मार्जिन” (मुनाफा) भविष्य में नहीं रह सकता है।

संक्षेप में, सत्या नडेला का बयान यह दर्शाता है कि माइक्रोसॉफ्ट AI को सिर्फ एक अवसर के रूप में नहीं, बल्कि एक अस्तित्वगत खतरे के रूप में देख रहा है। कंपनी इस खतरे से लड़ने के लिए अपने पूरे बिजनेस मॉडल, संस्कृति और रणनीति को बदल रही है ताकि वह इस नई AI क्रांति में भी अग्रणी बनी रहे।

Ankur singh

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