नई दिल्ली: अमेरिकी केंद्रीय बैंक, फेडरल रिजर्व (US Fed) ने आज अपनी बहुप्रतीक्षित बैठक के बाद ब्याज दरों में 0.25% की कटौती का ऐलान किया है। इस कटौती के बाद, फेडरल फंड्स रेट की नई दर 4.00% से 4.25% के बीच हो गई है। यह साल 2025 में फेड की पहली ब्याज दर कटौती है, जो कमजोर होती अमेरिकी अर्थव्यवस्था और स्थिर होती महंगाई के संकेतों के बीच आई है।
यह फैसला भारत के लिए क्यों है अहम?
फेड का यह फैसला भारतीय बाजार और आम नागरिक, दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। इस कटौती के संभावित प्रभाव इस प्रकार हैं:
विशेषज्ञों की राय
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, फेड का यह फैसला पहले से ही बाजार में उम्मीदों के मुताबिक था। हालांकि, अब निवेशकों की नजर फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयान पर रहेगी, जिसमें वह भविष्य की नीतियों और आगे की ब्याज दर कटौती के संकेतों के बारे में बता सकते हैं। अगर पॉवेल का रुख ‘नरम’ (dovish) रहता है, तो भारतीय बाजारों के लिए यह और भी सकारात्मक संकेत होगा।
यह कटौती, अमेरिका में नौकरियों के कमजोर होते आंकड़ों और महंगाई के 2.9% के स्तर पर बने रहने के बीच की गई है। माना जा रहा है कि फेड भविष्य में भी और कटौती कर सकता है। अगले कुछ महीनों में, निवेशकों को अक्टूबर और दिसंबर की बैठकों पर भी नजर रखनी चाहिए, जहां और कटौती की संभावना जताई जा रही है।
संक्षेप में, फेड का यह फैसला भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक कदम है, जिससे निवेश, रुपये की मजबूती और भविष्य में कर्ज के सस्ते होने की उम्मीद जगी है।
मुंबई: देश की दिग्गज स्टील कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) ने जुलाई-सितंबर तिमाही (Q2) में…
टाटा मोटर्स (Tata Motors) के लाखों निवेशकों के लिए इतिहास रचने वाला पल आ गया…
नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म Groww (ग्रो) के IPO में पैसा…
रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी ने इस तिमाही (Q2 FY26) में कमाल…
वोडाफोन आइडिया (Vi) के करोड़ों ग्राहकों और निवेशकों के लिए बड़ी खुशखबरी है! सुप्रीम कोर्ट…
नई दिल्ली: (मार्केट ब्रेकर) अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Fed) ने एक बार फिर ब्याज दरों…