जेएम फाइनेंशियल के अनुमान के अनुसार, जियो का प्रति यूजर औसत राजस्व (ARPU) तिमाही-दर-तिमाही 1.8% बढ़कर ₹210 होने की उम्मीद है.
इस वृद्धि का मुख्य कारण 2 मिलियन फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) यूजर्स का जुड़ना है, जो कुल 7.2 मिलियन नेट सब्सक्राइबर वृद्धि का हिस्सा है.
हालांकि, ईटी नाउ के अनुसार, कंपनी का शुद्ध लाभ स्थिर रहने की उम्मीद है, जो 5G स्पेक्ट्रम पूंजीकरण और पिछली तिमाही में फिक्स्ड एसेट में वृद्धि के बाद उच्च मूल्यह्रास और परिशोधन के पूर्ण तिमाही प्रभाव के कारण है.
एयरटेल का ARPU: एयरटेल का ARPU ₹249 रहने का अनुमान है, जो जियो से अधिक होगा, लेकिन इसकी तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि दर 1.6% रहने की उम्मीद है.
वोडाफोन आइडिया (Vi): Vi के ARPU में 1.6% की वृद्धि के साथ ₹167 होने का अनुमान है.
कंपनी की यूजर बेस में सुधार और 4G नेटवर्क के विस्तार से इसे फायदा होने की उम्मीद है, और विश्लेषकों को उम्मीद है कि कंपनी पहली बार अपने यूजर बेस को बनाए रखने में सफल होगी.
टैरिफ बढ़ोतरी का असर: हालिया टैरिफ बढ़ोतरी का असर पहले से ही शामिल है और अगली बढ़ोतरी अगले साल होने की उम्मीद है.
बोफा सिक्योरिटीज के अनुसार, दूरसंचार कंपनियां अगले साल टैरिफ में लगभग 12% की बढ़ोतरी कर सकती हैं.
राजस्व दृष्टिकोण: नेटवर्क और रणनीति के आधार पर राजस्व outlook में अंतर देखा जा सकता है.
5G का महत्व: Vi अपने 5G रोलआउट का विस्तार कर रहा है, लेकिन अभी भी जियो और एयरटेल से पीछे है.
यह रिपोर्ट जून 2025 तिमाही के लिए टेलीकॉम कंपनियों के प्रदर्शन का विश्लेषण प्रस्तुत करती है, जिसमें Jio राजस्व वृद्धि में सबसे आगे है, एयरटेल का ARPU सबसे ज्यादा है, और Vi अपनी यूजर बेस को स्थिर रखने का प्रयास कर रही है.