नई दिल्ली: वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली की एक सकारात्मक रिपोर्ट के बाद अदानी पावर के शेयरों में शुक्रवार को 9% से अधिक की शानदार तेजी देखी गई। मॉर्गन स्टेनली ने अदानी पावर पर ‘ओवरवेट’ रेटिंग के साथ कवरेज शुरू किया है और प्रति शेयर ₹818 का लक्ष्य मूल्य निर्धारित किया है, जो वर्तमान स्तर से लगभग 30% की संभावित वृद्धि दर्शाता है।

मॉर्गन स्टेनली ने क्यों दी ‘ओवरवेट’ रेटिंग?
मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में अदानी पावर को “भारत के कॉर्पोरेट इतिहास में बदलाव का एक अच्छा उदाहरण” बताया है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि कंपनी मध्यम अवधि में अपनी परियोजनाओं को समय पर पूरा करने और नए बिजली खरीद समझौतों (PPA) के कारण मजबूत आय वृद्धि दर्ज करेगी। फर्म का अनुमान है कि वित्तीय वर्ष 2033 तक कंपनी की क्षमता 2.5 गुना और एबिटा (EBITDA) 3 गुना बढ़ जाएगी।
क्या है ‘ओवरवेट’ रेटिंग का मतलब?
वित्तीय बाजार की भाषा में, किसी शेयर पर ‘ओवरवेट’ रेटिंग का मतलब है कि विश्लेषक या ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि आने वाले समय में कंपनी के शेयर का प्रदर्शन बाजार के औसत प्रदर्शन से बेहतर रहेगा। यह निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जाता है।
शेयरों में उछाल
इस सकारात्मक रिपोर्ट के बाद, अदानी पावर के शेयर में जोरदार तेजी आई और यह अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹723.00 तक पहुंच गया। निवेशकों का कंपनी में भरोसा बढ़ा है, जिसके परिणामस्वरूप शेयरों की मांग में वृद्धि हुई है।
आइए, समझते हैं इस तेजी के पीछे के मुख्य कारण:
1. मॉर्गन स्टेनली की सकारात्मक रिपोर्ट: मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में अदानी पावर को “भारत के कॉर्पोरेट इतिहास में बदलाव का एक अच्छा उदाहरण” बताया है। ब्रोकरेज फर्म का अनुमान है कि कंपनी की क्षमता वित्तीय वर्ष 2032 तक 2.5 गुना बढ़कर 41.9 गीगावाट (GW) हो जाएगी, जिससे कोयला-आधारित क्षमता में उसकी बाजार हिस्सेदारी 8% से बढ़कर 15% हो जाएगी। साथ ही, उनका अनुमान है कि कंपनी का EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) वित्तीय वर्ष 2033 तक तीन गुना हो सकता है।
2. SEBI की ‘क्लीन चिट’: मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के अलावा, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों पर गौतम अडानी और उनके समूह को क्लीन चिट दे दी है। इस फैसले ने निवेशकों के बीच अनिश्चितता को खत्म कर दिया है और अदानी ग्रुप के शेयरों में जोरदार रैली को बढ़ावा दिया है, जिसमें अदानी पावर भी शामिल है।
3. स्टॉक स्प्लिट: अदानी पावर ने हाल ही में स्टॉक स्प्लिट (शेयर विभाजन) की घोषणा की है, जिसमें 1 शेयर को 5 टुकड़ों में बांटा जाएगा। इसका मतलब है कि ₹10 फेस वैल्यू वाले शेयर की फेस वैल्यू ₹2 हो जाएगी। यह कदम शेयरों को छोटे निवेशकों के लिए अधिक किफायती बनाता है और बाजार में लिक्विडिटी (तरलता) को बढ़ाता है। स्टॉक स्प्लिट के लिए रिकॉर्ड डेट 22 सितंबर 2025 तय की गई है।
इन सभी सकारात्मक खबरों के चलते अदानी पावर के शेयरों में भारी उछाल देखा गया है, जो निवेशकों के लिए एक अच्छा संकेत है।